मनोहर प्राकृतिक सौंदर्य के बीच माता के आशीर्वाद प्राप्त करने का धार्मिक स्थान यानी कि मायादेवी मंदिर (Mayadevi Temple) जो भैंसकातरी में स्थित है।
वर्षाऋतु में यह स्थान हरे भरे पहाड़ों से घिर जाता है, बादल पहाड़ों को छूकर जाते हैं, नदियां का पानी अधिक गुनगुनाने लगता है और पूरा वातावरण रमणीय हो जाता है। ऐसे समय में इस धार्मिक जगह की मुलाकात आपको सुकून देती है। आइए अधिक जानते हैं मायादेवी मंदिर के बारे में।

मायादेवी मंदिर कहा है (Mayadevi location)
गुजरात के व्यारा जिले में पूर्णा नदी के किनारे आंबापानी गांव के पास भैंसकातरी में मायादेवी मंदिर स्थित है।
व्यारा जिले के यह पूरा भैंसकातरी इलाका अपने कुदरती सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। पूर्णा नदी इसके सौंदर्य को और अधिक बढ़ाती हैं।
सूरत से मायादेवी अंतर (Surat to Mayadevi distance)
सूरत से मायादेवी मंदिर 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। व्यारा से मायादेवी मंदिर 30 किलोमीटर दूर है।
मायादेवी मंदिर डायरेक्शन (Mayadevi direction)
सूरत से मायादेवी मंदिर पहुंचने के लिए आपको सबसे आसान रस्ते के लिए पलसाना-सोनगढ़ हाइवे पर से जाना है।
सूरत से पलसाना चौकड़ी पहुंच जाना। पलसाना चौकड़ी से सीधे व्यारा पहुंच जाना है। फिर व्यारा से आपको आंबापानी होते हुए मायादेवी मंदिर पहुंच जाना है।
मायादेवी मंदिर एंट्री फि (Mayadevi ticket price)

मायादेवी मंदिर, भैंसकातरी में एंट्री फि 10 रूपए प्रति व्यक्ति है। यहां पर स्टे के लिए रूम्स भी बनाए गए हैं जिसका प्राइस 1500 रुपए एक रात का होता है।
मायादेवी मंदिर फ़ोटो (Mayadevi images)
मायादेवी मंदिर एक बेहद ही खूबसूरत जगह है। यहां का नज़ारा आंखों को सुकून देता है। खासकर बारिश के मौसम में यह जगह अधिक सुंदरता से भर जाती है। आपको लगता है कि घंटों बैठकर ऐसे नजारे को देखता रहूं।



मायादेवी मंदिर का अनुभव (Mayadevi Mandir review)
भैंसकातरी में स्थित मायादेवी मंदिर बहुत ही सुंदर जगह है। इस जगह में इंटर होते हैं आगे छोटा सा गार्डन जैसा प्रांगण है जिसमें कुछ खाने के स्टॉल बने हुए हैं।
आगे बढ़ते ही रामेश्वर महादेव का मंदिर है। जिसके दर्शन जरूर करना। लोग यहां मन्नत मांगने के लिए भी आते हैं।

मंदिर के बाजू से नीचे जाने का रास्ता है जो आपको पूर्णा नदी के तट पर ले जाता है। इसी नदी पर सुंदर डैम बनाया गया है और डैम में गिरता हुआ पानी छोटे वॉटरफॉल का फील देता है।
डैम का पानी आगे बढ़ते हुए वैली में गिरता है और यह वैली बहुत ही सुंदर है। इसी वैली के अंदर एक गुफ़ा में मायादेवी का मंदिर है। जब वर्षाऋतु में अधिक बारिश हो तब यह मंदिर पानी से ढक जाता है। जब पानी कम हो तब आप गुफ़ा में माता के दर्शन के लिए जा सकते हो।

इस पूरे इलाके को सौंदर्य अदभुत है। सुंदर पहाड़, पहाड़ से टकराते बादल, घाटी में नदियां का बहता पानी यह सब दृश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे। आपको इस जगह से प्यार हो जाएगा।
हमें तो यहां बहुत मज़ा आया। आप भी यहां आधे दिन की पिकनिक के लिए आ सकते हैं।
मायादेवी मंदिर विजिट करने का बेस्ट समय (Best time to visit Mayadevi)
मायादेवी मंदिर विजिट करने का बेस्ट समय है वर्षाऋतु का, जब यहां हर तरफ हरियाली छा जाती है।
अगर आप गुफ़ा में मायादेवी माता के दर्शन करना चाहते हैं तो जब बारिश का मौसम चला जाए तब जाना चाहिए। तब गुफ़ा में पानी नहीं होता और आप बिना जोख़िम के मां के दर्शन कर सकते हैं।
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