कुदरती खूबसूरती के साथ इतिहास के पन्नो को उजागर करने का मौका आपको प्रतापगढ़ फोर्ट (Pratapgad Fort) घूमते समय मिलेगा। इसीलिए अगर आप महाबलेश्वर घूमने गए हो तो प्रतापगढ़ फोर्ट भी जाना चाहिए। हमारे यहां घूमने का अनुभव बहुत यादगार और बेहतरीन रहा।

प्रतापगढ़ फोर्ट (Pratapgad Fort) ऐतिहासिक किल्ला
महाबलेश्वर घूमने आने वाले बहुत सारे लोग प्रतापगढ़ फोर्ट को विजिट करना मिस कर देते हैं क्योंकि इसके बारे में बहुत कम लोग को पता रहता हैं या फिर उनके पास यहां जाने का समय नहीं होता हैं।
हम भी महाबलेश्वर नवंबर में घूमने गए थे और आधे दिन का समय प्रतापगढ़ फोर्ट के लिए रखा था। महाबलेश्वर से प्रतापगढ़ फोर्ट 20 किलोमीटर की दूरी पर है। अगर आप अपना प्राइवेट व्हीकल लेकर महाबलेश्वर घूमने आए हो तो यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है और यह ऑप्शन सस्ता और सुलभ भरा होगा। अगर आपके पास अपना कोई व्हीकल नही है तो भी कोई चिंता की बात नहीं क्युकी यहां के लिए टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं जिसकी जानकारी मैने आगे दी है।

प्रतापगढ़ फोर्ट एक बहुत ही खूबसूरत जगह है। इस किल्ले का निर्माण खुद छत्रपति शिवाजी महाराज ने करवाया था। इसी किल्ले के नजदीक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अफ़ज़ल ख़ान का वध किया था।
इसके कुल 250 के आसपास सीढ़ियाँ हैं। इस किल्ले में भी देखने लायक बहुत सारी जगह है। किल्ला चढ़ना आसान है। आप आसानी से यहां 2 से 3 घंटे गुजार सकते हो। किल्ले के बाहर फ्रूट के छोटे छोटे स्टोर खोलकर कुछ भाई बहने बैठे होते हैं जिसके पास से आप फ्रेश स्ट्रॉबेरी, आम, अमरूद, ककड़ी आदि खा सकते हो।
प्रतापगढ़ फोर्ट के बेस्ट प्लेसिस
प्रतापगढ़ फोर्ट को एक वन डे पिकनिक या आधे दिन के पिकनिक स्पॉट की तरह आप घूम सकते है। खुद प्रतापगढ़ फोर्ट में ही देखने लायक बहुत स्थल है।
भवानी मंदिर

प्रतापगढ़ फोर्ट में एक भवानी माता का मंदिर है जिसके दर्शन आप कर सकते हो।
प्रतापगढ़ फोर्ट मुख्य व्यू पॉइंट

प्रतापगढ़ फोर्ट चढ़ते ही सामने की ओर चलते मुख्य व्यू पॉइंट है। जहां से वैली के बहुत ही खूबसूरत दृश्य दिखाई देते हैं। इस व्यू पॉइंट के दोनो ओर वैली है जहां से दुश्मनों पर नज़र रखी जाती थी।
पनिशमेंट पॉइंट

प्रतापगढ़ फोर्ट पर एक स्थल ऐसा भी है जहां से गद्दारी करने वाले को नीचे खाई में फेक दिया जाता था। इसे पनिशमेंट पॉइंट भी कहते हैं।
शिवकालीन खेड़ेगाव


प्रतापगढ़ फोर्ट से 3 किलोमीटर की दूरी पर शिवकालीन खेड़ेगाव बनाया गया है। छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में जन जीवन कैसा था, उनके घर, व्यवसाय, आदि सब कैसा था इनका बहुत ही सुन्दर निरूपण यहां किया गया है। यहां पर आप 1 से 2 घंटे गुजारिए आपको बहुत मजा आएगा। शिवकालीन खेड़ेगाव की एंट्री फि 100 रुपए प्रति व्यक्ति है।
प्रतापगढ़ फोर्ट कैसे पहुंचे?
महाबलेश्वर पहुंचकर ही हमनें प्रतापगढ़ फोर्ट घूमने का प्लान बनाया। महाबलेश्वर के 3 दिन घूमने आने के प्लान में हमने आधे दिन प्रतापगढ़ फोर्ट विजिट करने के लिए प्लान बनाया और आधा दिन हमनें पंचगनी में घूमे।
महाबलेश्वर घूमने के लिए हमने 7000 रुपए देकर 3 दिन के लिए लिए टैक्सी बुक कर ली थी। अगर आप सिर्फ़ प्रतापगढ़ फोर्ट के लिए ही टैक्सी बुक करना चाहते हो तो वह भी मिल जायेगी और उसके लिए आपको 1200 से 1500 रुपए सीज़न सीजन के हिसाब से देने होंगे।
अगर आपके पास अपनी कार है तो वह सबसे उत्तम है। प्रतापगढ़ फोर्ट महाबलेश्वर से 20 किलोमीटर की दूरी पर है और रास्ता अच्छा है, कुदरती सौंदर्य और पहाड़ों से घिरा है। यहां पर कार पार्किंग भी सुविधा है। अगर आप महाबलेश्वर घूमने गए हो तो प्रतापगढ़ फोर्ट जरूर जाना चाहिए और इतिहास के पन्नो में डुबकी लगाने का अनुभव आपको होगा।